हमारे WhatsApp Group में जुड़ें👉 Join Now

हमारे Telegram Group में जुड़ें👉 Join Now

Tiger 3 Review : एक्शन से भरपूर है कैटरीना-सलमान की जासूसी थ्रिलर, शाहरुख की एंट्री ने खड़े किए रोंगटे

जय हिंद दोस्तों आज आप सभी को इस आर्टिकल के माध्यम से बताएंगे कि सलमान खान का फिर से आज रिलीज हो गया है टाइगर 3 , यशराज फिल्म्स स्पाई यूनीवर्स यानी कि यशराज फिल्म्स की जासूसी दुनिया की पांचवीं फिल्म ‘टाइगर 3’ दिवाली के अनार, पटाखे, फुलझड़ी, झुरझुरी और मस्ताब सब लेकर बॉक्स ऑफिस पर सज चुकी है। सुबह 6 बजे के शो में मैं मुंबई के मलाड स्थित आइमैक्स थियेटर में फिल्म देख रहा हूं तो देखता हूं कि सलमान खान के दीवानों का सुबह से यहां मेला लगा हुआ है। ऐसा मेला सलमान के चाहने वालों का उनकी सिनेमाघर में रिलीज होने वाली हर फिल्म के पहले शो पर लगता रहा है लेकिन सुबह 6 बजे? यही इस बंदे का तिलिस्म है।

सलमान खान का तिलिस्म सिर्फ एक इंसान तोड़ सकता है और वह है खुद सलमान खान। एक ब्लॉकबस्टर फिल्म देने के बाद सलमान की लाइन से तीन-चार बड़ी फ्लॉप देने की आदत रही है। गनीमत है कि ये तीन-चार फिल्मों वाला कोटा सलमान ‘किसी का भाई किसी की जान’, ‘गॉडफादर’, ‘अंतिम’ और ‘राधे’ में पूरा कर चुके हैं। ‘दबंग 3’ को भी इसमें गिनना हो तो गिनती पूरे पांच की हो जाती है।

Tiger 3 Movie Review
Movie review Tiger 3
Artist सलमान खान , कटरीना कैफ , इमरान हाशमी , आशुतोष राणा , शाहरुख खान और ऋतिक रोशन आदि
Writer आदित्य चोपड़ा , श्रीधर राघवन और अंकुर चौधरी
Director मनीष शर्मा
Creator आदित्य चोपड़ा
Release Date 12 नवंबर 2023

दोस्तों 2012 में आई ‘एक था टाइगर’ ने सलमान को पांच साल की जो संजीवनी वह 2017 तक चली और उसके बाद आई ‘टाइगर जिंदा है’ उनकी गाड़ी यहां तक खींच लाई। अब बारी ‘टाइगर 3’ की है। टाइगर हालांकि इससे पहले इसी साल की शुरुआत में पठान को बचाने आ चुका है और बड़े परदे पर अपने इस अवतार में तालियां भी बटोर चुका है। लेकिन, यशराज फिल्म्स की जासूसी दुनिया का ये सबसे सीनियर जासूस इकलौता देसी जासूस है जो शादीशुदा है और जिसके एक बड़ा हो चुका बेटा भी है। इसकी मां को वह कैसे मौत के मुंह से निकाल लाया था, ये दर्शक फिल्म ‘टाइगर जिंदा है’ में देख ही चुके हैं। फिल्म ‘टाइगर 3’ एक तरह से देखा जाए तो इस जासूसी दुनिया को पहली बार ठीक से स्थापित कर थी। कहानी में 12 मसाले भी हैं और 56 जायके भी और साथ में पठान भी हैं। एजेंट कबीर भी दिवाली बोनस की तरह फिल्म में मौजूद हैं। कहानी वही है जो आपने फिल्म के ट्रेलर में देखी। बेटे और उसकी मां को बचाते बचाते टाइगर अपनों के ही निशाने पर आ गया है। इस बार उसका सामना भी एक दमदार विलेन से है।

इमरान हाशमी को इस फिल्म में विलेन बनाकर यशराज फिल्म्स ने फिल्म ‘मशाल’ से शुरू हुई स्थापित नायकों को खलनायक की तरह पेश करने की परंपरा को नया आयाम दिया है। इमरान की कद काठी हालांकि हिंदी सिनेमा में न नायकों की स्थापित छवि से मेल खाती है और न खलनायकों से, इसके बावजूद इस किरदार में उन्होंने अपना सब कुछ झोंक दिया है। इमरान हाशमी के पास अभिनय की कलाएं सीमित हैं और इसे ढांकने के लिए निर्देशक मनीष शर्मा को उनके दाढ़ी, बाल से लंबी मदद मिलती है। मनीष ने इस फिल्म में अपनी तरफ से ऐसा कुछ खास नही किया है जिससे उनकी निर्देशकीय कौशल का कोई नया अध्याय लिखा जाए। लेकिन, उन्होंने कोरियोग्राफर्स और स्टंट डायरेक्टर्स पर पूरी तरह टिकी इस फिल्म को आदित्य चोपडा के सोचे नजरिये के हिसाब से पूरा का पूरा खाके में उतार दिया है। इस फिल्म की सफलता या विफलता इसके बाद आने वाली यशराज स्पाई यूनिवर्स की दोनों फिल्मों ‘वॉर 2’ और ‘टाइगर वर्सेस पठान’ की बुनियाद बनाने जा रही है और यही इन दोनों फिल्मों के निर्देशकों अयान मुकर्जी और सिद्धार्थ आनंद के लिए असली चुनौती भी साबित होने वाली है।

Tiger 3 Review फिल्म में क्या है खास और क्या खराब?

दोस्ती ‘टाइगर 3’ को देखने की बेसब्री सलमान खान के फेस के साथ-साथ बाकी दर्शकों में भी थी. लेकिन ये मूवी उतनी बढ़िया नहीं निकली, जितना कि सोचा जा रहा था. सलमान खान के किरदार टाइगर को हम सभी ने स्वैग में देखा है. लेकिन ‘टाइगर 3’ में टाइगर स्वैग वाला कम और थका हुआ ज्यादा लग रहा है. जोया जरूरत से ज्यादा मजबूर और आतिश जरूरत से ज्यादा दुष्ट है. परफॉरमेंस की बात करें तो तीनों एक्टर्स ने अपने किरदारों को अच्छे से निभाया है, लेकिन वो आपके ऊपर कोई छाप नहीं छोड़ते…

कुमुद मिश्रा, गैवी चहल, अनंत विधात, रेवती, ऋद्धि डोगरा, विशाल जेठवा जैसे बढ़िया एक्टर्स को इस फिल्म में देखा गया है. सभी सपोर्टिंग कास्ट में अच्छे हैं, लेकिन किसी भी किरदार को इतना अच्छे से नहीं दिखाया गया कि आप उससे इमोशनली कनेक्ट कर पाएं. फिल्म में क्या हो रहा है, क्यों हो रहा है, इसे लेकर भी बार बार आपके मन में सवाल आते है. मूवी के कई सीन्स काफी बचकाने हैं. डायरेक्टर मनीष शर्मा ने स्टोरी और स्टारकास्ट तो अच्छी ले ली, लेकिन वो स्क्रीनप्ले नहीं संभाल पाए. सलमान के टाइगर के साथ सभी शाहरुख खान के पठान को देखना चाह रहे थे और यही एक सीक्वेंस मूवी की जान कहा जा रहा है। शाहरुख खान का कैमियो किंग है और उन्होंने अपने पार्ट को बहुत अच्छे से निभाया है. पठान और टाइगर को साथ में जुगलबंदी करते देखना काफी मजेदार और जोशिला था. इसके अलावा बाकी फिल्म काफी ढीली है. एक्शन पर मेहनत की गई है, लेकिन वो आपका जोश हाई नहीं कर पाते. कुल मिलाकर ये टाइगर सीरीज की अभी तक की सबसे ठंडी फिल्म है. लेकिन अगर आप सलमान भाई के फैन हैं तोइसे एक चांस दे सकते हैं।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *