Bihar Jameen Survey : जय हिन्द दोस्तों आज आप सभी को इस आर्टिकल के माध्यम से बताएंगे कि अगर आप भी अपने जमीन का सर्वे कराना चाहते हैं तो आप के लिए खुशखबरी है की पूरे बिहार में जमीन सर्वे शुरू हो गया है, बिहार में जमीन के झंझटों को खत्म करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के 445 अंचलों में विशेष भूमि सर्वेक्षण शुरू करवाया है। यह काम अगले साल नवंबर तक पूरा करने का लक्ष्य है। सर्वे शुरू होने से पहले सभी गाँवों में ग्राम सभाएं हो रही हैं। इन सभाओं में सरकारी अधिकारी लोगो को सर्वे के बारे में बता रहे हैं। उन्हें बताया जा रहा है कि अपनी जमीन का दावा करने के लिए कौन-कौन से कागजात जरूरी होंगे। ग्राम सभा के साथ ही, हर किसी के खेत-खलिहानों का विवरण भी लिखा जा रहा है।
Bihar Jamin Survey 2024 : Overall
Post Name | Bihar Jamin Survey 2024 |
Post Type | Sarkari yojna |
Department | राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग |
Update Name | Bihar Land Survey |
Survey Mode | Offline |
Official Website | https://biharbhumi.bihar.gov.in/Biharbhumi/ |
20 जिलों के 89 अंचलों में हो चुका है सर्वेक्षण
दोस्तों बता दें कि इससे पहले 20 जिलों के 89 अंचलों में सर्वेक्षण हो चुका है। बाकी 445 अंचलों में कर्मचारियों की कमी के कारण काम रुक गया था। इसके लिए लगभग 10 हजार नए कर्मचारी रखे गए हैं, जिन्हें ट्रेनिंग देकर सर्वेक्षण के काम पर लगाया गया है। इससे पहले जमीन से जुड़े सभी कागजातों को कम्प्यूटर में दर्ज किया जा चुका है। ये सभी कागजात ऑनलाइन भी देखे जा सकते हैं। सरकार का दावा है कि सर्वेक्षण पूरा होने के बाद, जमीन का पूरा ब्योरा ऑनलाइन उपलब्ध होगा।
इस से पहले 1890 में हुआ था भूमि सर्वेक्षण का कार्य
राजस्व मंत्री डॉ दिलीप जायसवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री की इच्छा के अनुरूप अगले साल तक विशेष भूमि सर्वेक्षण पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यह नीतीश सरकार की ऐतिहासक उपलब्धि साबित होगी। राजस्व मंत्री ने बताया कि राज्य में पहला जमीन सर्वेक्षण 1890 में शुरू हुआ था। 1990 में दूसरी बार इसकी शुरुआत हुई। फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसे शुरू किया। उनके शासन में अब यह पूरा हो जाएगा। डॉ जायसवाल ने कहा कि सर्वेक्षण से जमीन से जुड़ा स्वामित्व का विवाद पूरी तह समाप्त हो जाएगा। जमीन विवाद के कारण उत्पन्न होने वाली कानून व्यवस्था की समस्या भी समाप्त हो जाएगी।
भूमि राजस्व मंत्री ने बताया कि यह सर्वेक्षण बिहार के लोगों के लिए बहुत फायदेमंद होगा। इससे ना सिर्फ जमीन के झगड़े खत्म होंगे, बल्कि जमीन खरीद-बिक्री में भी आसानी होगी। इसके अलावा, सरकार को भी जमीन से जुड़ी योजनाओं को लागू करने में मदद मिलेगी। ऐसे में सरकार को उम्मीद है कि जनता भरपूर सहयोग करेगी।
जमीन सर्वे के लिए जरूरी दस्तावेज और कैसे करें आवेदन
राजस्व मंत्री ने बताया कि अगर आप अपनी जमीन का सर्वे कराना चाहते हैं, तो आपको कुछ जरूरी दस्तावेज देने होंगे। यह दस्तावेज इस बात पर निर्भर करते हैं कि जमीन आपके नाम पर है या आपके पूर्वजों के नाम पर। अगर जमीन आपके पूर्वजों के नाम पर है और अब वे जीवित नहीं हैं, तो आपको उनकी मृत्यु का प्रमाण पत्र देना होगा। इसके साथ ही आपको उनकी जमाबंदी या मालगुजारी रसीद भी देनी होगी, जिसमें संख्या और वर्ष का विवरण हो। अगर आपके पास खतियान की कॉपी है तो उसे भी साथ में लगाना होगा।
जमीन सर्वे ये कागजात होंगे जरूरी
- मृत जमाबंदी रैयत की मृत्यु तिथि व वर्ष
- जमाबंदी संख्या की विवरणी, मालगुजारी रसीद संख्या व वर्ष
- खतियान की नकल (उपलब्ध हो तो)
- दावाकृत भूमि से संबंधित दस्तावेजों का विवरण
- यदि सक्षम न्यायालय का आदेश तो उसकी मूल प्रति
- आवेदनकर्ता का हित अर्जन करनेवाले का मृत के वारिस होने के संबंध में प्रमाण पत्र
- आवेदक के आधार कार्ड की छाया प्रति
- वोटर कार्ड की छायाप्रति
ये सभी डॉक्यूमेंट लगेगा जमीन सर्वे में
- स्व-घोषणा पत्र यानि प्रपत्र 2
- जमाबंदी रजिस्टर
- लगान रसीद
- एलपीसी
- वसीयत
- दान
- विनिमय
- खतियान
- वंशावली
- बंटवारा
- वंशावली प्रपत्र 3(1) आदि।अगर आपके पास जमीन से संबंधित कोई और दस्तावेज हैं, जैसे की खरीद-बिक्री के कागजात, तो उन्हें भी साथ में लगाना होगा। अगर आपके पास जमीन से जुड़ा कोई कोर्ट का आदेश है तो उसकी कॉपी भी लगानी होगी। आपको एक प्रमाण पत्र भी जमा करना होगा जिससे यह साबित हो सके कि आप ही जमीन के असली उत्तराधिकारी (वारिस) हैं। इसके साथ ही आपको अपना आधार कार्ड भी देना होगा।
इस वेबसाइट पर जाएं, भूमि सर्वे का पूरा प्रोसेस जानें
रैयत इसके लिए बिहार सरकार के भू अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय की वेबसाइट https://dlrs.bihar.gov.in पर जाना होगा। इस पेज पर विशेष सर्वेक्षण से संबंधित सेवाएं, में जाएंगे। वहां स्वामित्व, धारित भूमि की स्वघोषणा एवं वंशावली के लिए दोनों प्रपत्र पर क्लिक कर भूमि का ब्योरा सुगमता से भर लेंगे।
जिला बंदोबस्त पदाधिकारी ने आम सूचना में कहा है कि विशेष सर्वेक्षण कार्यक्रम एक चरणबद्ध एवं कालबद्ध प्रक्रिया है। ऐसे में प्रपत्र दो एवं तीन(1) प्राप्त नहीं होने पर बाद में रैयतों को बाद में समस्या हो सकती है, ऐसा इसलिए कि भविष्य में भूमि से संबंधित लगान, भूमि का हस्तांतरण और क्रय-विक्रय का आधार बिहार विशेष सर्वेक्षण एवं बंदोबस्त अधिनियम तथा नियमावली के आलोक में तैयार अधिकार अभिलेख (राइट आफ रिकार्ड्स) ही होगा, इसके लिए शिविर प्रभारी सह विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी से संपर्क किया जा सकता है। इनके अलावा सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी (मुख्यालय) एवं प्रभारी बंदोबस्त पदाधिकारी से भी जानकारी ली जा सकती है।
वंशावली में यह बताना होगा कि उक्त भूमि पर शांतिपूर्ण दखल-कब्जा है। भूमि स्वत्ववाद से मुक्त है। अत: वंशावली के आधार पर संबंधित भूमि मं उत्तराधिकार-बंटवारा के आधार पर सर्वेक्षण प्रक्रिया से तैयार अधिकार अभिलेख में खाता खोलकर संबंधित खेसरों की प्रवृष्टि की जाए।
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प्रपत्र-2 रैयत द्वारा स्वामित्व/धारित भूमि की स्व-घोषणा हेतु प्रपत्र |
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निष्कर्ष :-
दोस्तों हमने आप सभी को इस आर्टिकल आर्टिकल के माध्यम से Bihar Jameen Survey Start 2024 के बारे में जानकारी प्रदान की ताकि आप इसका पूरा पूरा लाभ प्राप्त कर सकेहमें उम्मीद है कि यह हमारा आर्टिकल आप सभी को बेहद पसंद आया होगा जिसके लिए आप हमारी इस आर्टिकल कोज्यादा से ज्यादा शेयर करें अगर आपका मन में किसी भी प्रकार का कोई सवाल या सुझाव हो तो हमें कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें।
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